tag:blogger.com,1999:blog-2411351793335582248.post5452407927579688868..comments2023-06-18T15:06:40.843+05:30Comments on सप्तरंगी प्रेम: प्रेम अक्षुण्ण रहे! : अनुपमा पाठकKrishna Kumar Yadavhttp://www.blogger.com/profile/01842872238751294010noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-2411351793335582248.post-57802075328197137222011-04-05T10:39:00.082+05:302011-04-05T10:39:00.082+05:30प्रेम देता है
वो निश्छल ऊँचाई
जो-
विस्तार को
अप...प्रेम देता है <br />वो निश्छल ऊँचाई <br />जो-<br />विस्तार को <br />अपने आँचल का..<br />श्रृंगार <br />बता देती है!<br />जिस गुलशन में <br />ठहर जाये <br />सुख का संसार <br />बसा देती है!<br />....Sundar geet..badhai.Akanksha Yadavhttps://www.blogger.com/profile/10606407864354423112noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2411351793335582248.post-1437902826470362162011-04-05T09:18:04.435+05:302011-04-05T09:18:04.435+05:30कित्ती अच्छी कविता है...वाकई प्रेम अनमोल है.
__...कित्ती अच्छी कविता है...वाकई प्रेम अनमोल है. <br /><br />____________________<br />'पाखी की दुनिया' में भी आपका स्वागत है.Akshitaa (Pakhi)https://www.blogger.com/profile/06040970399010747427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2411351793335582248.post-84888626722810641682011-04-04T20:50:35.850+05:302011-04-04T20:50:35.850+05:30क्यूंकि-
प्रेम
देता है
वो शक्ति
जो-
पर्वत सी
पीर क...क्यूंकि-<br />प्रेम<br />देता है<br />वो शक्ति<br />जो-<br />पर्वत सी<br />पीर को..<br />रजकण<br />बता देती है!<br />Behad sundar!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2411351793335582248.post-8957090541563117732011-04-04T20:17:04.940+05:302011-04-04T20:17:04.940+05:30बहुत सुन्दर!
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नवरात्र के प्रथम दिन माँ शैलपुत्री...बहुत सुन्दर!<br />--<br />नवरात्र के प्रथम दिन माँ शैलपुत्री को प्रणाम करता हूँ!<br />--<br />नवसम्वतसर सभी का, करे अमंगल दूर।<br />देश-वेश परिवेश में, खुशियाँ हों भरपूर।।<br /><br />बाधाएँ सब दूर हों, हो आपस में मेल।<br />मन के उपवन में सदा, बढ़े प्रेम की बेल।।<br /><br />एक मंच पर बैठकर, करें विचार-विमर्श।<br />अपने प्यारे देश का, हो प्रतिपल उत्कर्ष।।<br /><br />मर्यादा के साथ में, खूब मनाएँ हर्ष।<br />बालक-वृद्ध-जवान को, मंगलमय हो वर्ष।।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2411351793335582248.post-13966694471080739592011-04-04T15:13:04.229+05:302011-04-04T15:13:04.229+05:30बहुत सुन्दर रचना..प्रेम की शक्ति का सशक्त चित्रणबहुत सुन्दर रचना..प्रेम की शक्ति का सशक्त चित्रणKailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2411351793335582248.post-83887871025275374982011-04-04T12:31:27.471+05:302011-04-04T12:31:27.471+05:30वाह्…………यही तो प्रेम की शक्ति होती है…………सुन्दर रच...वाह्…………यही तो प्रेम की शक्ति होती है…………सुन्दर रचना।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2411351793335582248.post-76123478529434116292011-04-04T10:50:04.690+05:302011-04-04T10:50:04.690+05:30सुन्दर रचना ...प्रेम हर बाधा को पार करने की हिम्मत...सुन्दर रचना ...प्रेम हर बाधा को पार करने की हिम्मत देता हैसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2411351793335582248.post-53340132401959838382011-04-04T08:40:57.326+05:302011-04-04T08:40:57.326+05:30jabardast rachanajabardast rachanaAnamikaghatakhttps://www.blogger.com/profile/00539086587587341568noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2411351793335582248.post-49932356348210744672011-04-04T08:09:07.025+05:302011-04-04T08:09:07.025+05:30प्रेमरस में सराबोर सुन्दर कविता, बधाई और सार्थक ले...प्रेमरस में सराबोर सुन्दर कविता, बधाई और सार्थक लेखन हेतु शुभकामनायेAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/18094849037409298228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2411351793335582248.post-65851146253825046702011-04-04T07:54:14.871+05:302011-04-04T07:54:14.871+05:30आदरणीय अनुपमा जी बहुत सुंदर कविता पढ़ने को मिली बध...आदरणीय अनुपमा जी बहुत सुंदर कविता पढ़ने को मिली बधाई और नवसम्वत्सर की शुभकामनाएं |जयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.com